एचसीएल फाउंडेशन ने ग्रामीण उत्‍तर प्रदेश में कम सेवा-प्राप्‍त समुदायों के लिये अपने स्‍वास्‍थ्‍यसेवा समाधानों का विस्‍तार किया

एचसीएल फाउंडेशन के फ्लैगशिप प्रोग्राम एचसीएच समुदाय ने आज समृध (सस्‍टेनेबल एक्‍सेस टू मार्केट्स एंड रिसोर्सेस फॉर इनोवेटिव डिलीवरी ऑफ हेल्‍थकेयर) के साथ अपनी भागीदारी की घोषणा की है। इस भागीदारी के तहत उत्‍तर प्रदेश में उसकी स्‍वास्‍थ्‍यरक्षा मध्‍यस्‍थताओं का विस्‍तार किया जाएगा। इस गठबंधन के माध्‍यम से एचसीएच समुदाय उत्‍तर प्रदेश के हरदोई जिले में सबसे कमजोर आबादी को किफायती और टेक्‍नोलॉजी से सशक्‍त स्‍वास्‍थ्‍यरक्षा समाधानों तक पहुँच प्रदान करेगा। समृध यूनाइटेड स्‍टेट्स एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट (यूएसएआईडी) से सहयोग-प्राप्‍त और आईपीई ग्‍लोबल द्वारा क्रियान्वित एक अभिनव फाइनेंसिंग प्‍लेटफॉर्म है।

वर्ष 2015 में स्थापित एचसीएल समुदाय के पास रोकथाम वाली, उन्‍नत और तैयार स्‍वास्‍थ्‍य सेवाओं को सहयोग देने में बड़ा अनुभव है। इस भागीदारी के माध्‍यम से एचसीएच समुदाय अपने मौजूदा स्‍वास्‍थ्‍यसेवा समाधानों का विस्‍तार करने में सक्षम होगा और निम्‍नलिखित थीम्‍स को कवर करेगा:

  • निष्क्रिय प्राथमिक स्‍वास्‍थ्‍य केन्‍द्रों को अपग्रेड कर माता और बच्‍चे के लिये स्‍वास्‍थ्‍य सेवाएं और संस्‍थागत प्रसूति सेवाएं प्रदान करना
  • टेलीमेडिसिन समेत डिजिटल हेल्‍थ
  • स्‍वास्‍थ्‍यकर्मियों का प्रशिक्षण और स्किलिंग
  • आंगनवाड़ी वर्कर्स को बाल कुपोषण, किशोरवय का स्‍वास्‍थ्‍य, एनीमिया कम करना, जैसे विषयों पर प्रशिक्षित कर कुपोषण से निपटना
  • स्‍वास्‍थ्‍यरक्षा के बुनियादी ढांचे में सुधार और प्रणालियों को मजबूत करना: टेलीमेडिसिन के सेंटर स्‍थापित करना, जो नैदानिक और विशेषज्ञ परामर्श सेवाएं प्रदान करें
  • ऑक्‍सीजन संयंत्र लगाकर और पीपीई किट्स देकर कोविड-19 से राहत

इस भागीदारी पर अपनी बात रखते हुए, एचसीएल फाउंडेशन के प्रोजेक्‍ट डायरेक्‍टर आलोक वर्मा ने कहा, “एचसीएल समुदाय ग्रामीण विकास के अपने समग्र मॉडल के माध्‍यम से उत्‍तर प्रदेश के 1300 गाँवों में पहले ही पहुँच चुका है। हम हेल्‍थकेयर के लिये अपनी मौजूदा मध्‍यस्‍थताओं का प्रभाव बढ़ाने के लिये समृध के साथ भागीदारी करके प्रसन्‍न हैं, खासकर डिजिटल हेल्‍थ और कुपोषण के मामले में। इस भागीदारी के साथ, हम उन समुदायों के लिये प्रभाव को बढ़ा सकेंगे, जिनके साथ हम काम करते हैं।‘’

आईपीई ग्‍लोबल की समृध टेक्निकल सपोर्ट यूनिट के प्रोजेक्‍ट डायरेक्‍टर डॉ. आशीष मेंधी ने कहा, ‘’हम भारत के लिये एक स्‍थायित्‍वपूर्ण और एकीकृत स्‍वास्‍थ्‍य प्रणाली निर्मित करने के अपने साझा सपने को आगे बढ़ाने के लिये एचसीएल फाउंडेशन के साथ भागीदारी करके खुश हैं। साथ मिलकर हम एआई-इनैबल्‍ड पॉइंट-ऑफ-केयर स्‍क्रीनिंग, पेशेंट डाटा मैनेजमेंट और टेलीहेल्‍थ इंफ्रास्‍ट्रक्‍चर जैसे टेक्‍नोलॉजी से सशक्‍त स्‍वास्‍थ्‍य समाधानों का विस्‍तार करने के लिये स्‍वास्‍थ्‍यसेवा उद्यमों को जरूरी पूंजी प्रदान करेंगे।‘’

पिछले छह वर्षों में, एचसीएल समुदाय ने छह प्रमुख क्षेत्रों – कृषि, शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यावरण, आजीविका, और वॉश (जल, स्वच्छता और स्वच्छता) पर केंद्रित एकीकृत और स्‍थायी ग्राम विकास का एक मॉडल बनाया है। यह समस्याओं की पहचान करने, समाधानों का सह-निर्माण करने और फिर उन्हें पेशेवर समर्थन के साथ लागू करने के लिए स्थानीय समुदायों के साथ काम करता है, जिससे समग्र विकास के एजेंडे में स्थिरता और स्वामित्व को आकार दिया जाता है। समुदाय ने 287 ग्राम पंचायतों से आने वाले 165,000 से ज्‍यादा परिवारों के 9 लाख से अधिक लोगों को सकारात्‍मक रूप से प्रभावित किया है। सुविधा से वंचित के फायदे के लिये अपनी स्‍वास्‍थ्‍यरक्षा मध्‍यस्‍थताओं के हिस्‍से के तौर पर एचसीएल समुदाय ने विभिन्‍न परियोजनाओं का कार्यान्‍वयन किया है, जिनमें 13 टेलीमेडिसिन सेंटर और छह मोबाइल हेल्‍थ क्लिनिक्‍स शामिल हैं। इन सेंटरों और क्लिनिकों से मिलने वाली सेवाओं ने जिले के 1.3 लाख से ज्‍यादा लोगों की सहायता की है।

 

 

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